20-03-24 परतवाड़ा अचलपुर में चल रहे अन्न त्याग आंदोलन को आखिरकार विराम मिला और 26 फरवरी 2024 से शुरू आंदोलन आखिरकार 20 मार्च 2024 को खत्म हुआ। हालांकि नतीजा आंदोलन के हित में नहीं आया, फिर भी आंदोलनकारी संतुष्ट है, इसमें संतुष्टि क्या है हम आपको आगे बता रहे हैं।
श्रीमती भारती गजानन पुड़के और गजानन मणिकराव पुड़के पिछले 24 दिन से यह दोनों अन्न त्याग आंदोलन कर रहे थे एसडीओ कार्यालय अचलपुर जिला अमरावती महाराष्ट्र के सामने, मांगे एफ़आईआर करवाने के लिए जिसमें सीबीआई की जांच शामिल है आंदोलनकारी सीबीआई जांच की मांग कर रहे है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट जो की 5 महीने में प्राप्त हुआ, उसके बाद में विशेरा रिपोर्ट जो प्राप्त होना चाहिए वह प्राप्त नहीं हुआ है, और अभी तक भी इन्हें प्राप्त नहीं हुआ है 20 फरवरी 2024 को वर्तमान शल्य चिकित्सक अमरावती, पहुंचे थे आंदोलनकारी से मिलने और शल्य चिकित्सक से भी विशेरा रिपोर्ट के बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिली।
पहली बार एस डी ओ कार्यालय अचलपुर के सामने 11/10/2021 में अपने बच्चों को न्याय दिलाने के लिए माता पिता अचलपुर एस.डी.ओ कार्यालय के सामने अन्न त्याग आंदोलन पर बैठे थे, उस आंदोलन के दूसरे ही रात पूर्व राज्य मंत्री, बच्चू कडू द्वारा आश्वासन देकर उस समय के अन्न त्याग आंदोलन को विराम दिया गया था। 2024 के इस अन्न त्याग आंदोलन में खास यह था की महिला ने पूरे 24 दिन अन्न त्याग आंदोलन किया यह लगभग दूसरी किसी महिला ने इतना लंबा अन्न त्याग आंदोलन नहीं किया है,
आंदोलनकारी के हित में यह आंदोलन नहीं रहा फिर भी संतुष्ट क्यों है, अब आंदोलनकारी कहते हैं यहां पर विशेरा रिपोर्ट हमें प्राप्त नहीं हुआ है, इसका मतलब यह एक पोस्टमार्टम घोटाला है, इनके पास में विशेरा रिपोर्ट नहीं है, विशेरा रिपोर्ट को नष्ट कर दिया गया है, और इस आंदोलन को अब राजधानी दिल्ली में करेंगे और वहां से न्याय की मांग करेंगे ऐसा श्रीमती भारती गजानन पुड़के और गजानन मणिकराव पुड़के कहते है