खाड़िमल गांव मेलघाट के चिखलदरा तहसील जिला अमरावती महाराष्ट्र में पढ़ने वाला गांव जहां पानी की समस्या का कोई समाधान नहीं निकलता दिख रहा है। इस गांव में एक कुआं है जहां दूसरे कुएं से पानी को मोटर के जरिए ट्रांसफर किया जाता है, उसके बाद में जो गांव के नजदीकी हुआ है, वहां से पूरे गांव के लोग पानी निकालते हैं, इस गांव की महिलाएं कहती है यहां पर 8 दिन के बाद में इस कुएं में पानी आना बंद हो जाएगा वजह है कुएं का सुख जाना या जो तालाब है तालाब में पानी कम हो जाना या फिर खत्म हो जाना उसके बाद में इन्हें दो-तीन किलोमीटर दूर नदी से पानी लेकर आना पड़ेगा।
वहीं अगर टैंकर भी बुलाया जाता है, ग्राम पंचायत के तरफ से तो उस टैंकर के पानी को भी इस कुएं में डाल दिया जाता है, ताकि सभी को पानी मिल सके टैंकर के पानी को कुएं में क्यों डाला जाता है, इसका जवाब यह हो सकता है की सभी को बराबर बराबर पानी मिले या फिर टैंकर से पानी लेते समय जो धक्का मुक्की होती है उससे बचने के लिए यह किया जाता होगा।
इस गांव की मुख्य समस्या पानी को लेकर है उसके बाद यहां के रोड कच्चे हैं, अगर कोई बीमार हो जाता है तो अस्पताल दूर है, जहां लेकर जाना एक कठिनाई से भरा काम है, यहां की महिलाएं बताती हैं यहां पर पीएससी है, लेकिन इलाज करने वाला इस गांव में ज़्यादातर समय कोई नहीं रहता, यह गांव मेलघाट के जंगलों के बीच बसा हुआ है
शादी में आती है समस्या इस गांव के लोग महिलाएं कहती है कि इस गांव में पानी की परेशानी होने के कारण इस गांव में कोई लड़की की शादी नहीं करवाना चाहता, अपनी लड़की इस गाँव मे नहीं देना चाहता, इस वजह से गांव की लड़कियों की शादी गांव में ही करवा दी जाती है।
बीबीसी न्यूज़ हिंदी ने इस गांव को कवर किया पानी पानी की समस्या को लेकर उसके बाद में सरकारी अधिकारी इस गांव में पहुंचे थे, और एक सरकारी अधिकारी ने BBC News Hindi के रिपोर्ट मे कहा था, 2024/03/31 तक यह जो परेशानी है पूरी खत्म हो जाएगी पर ऐसा होता दिख नहीं रहा है, जो अधिकारियों ने जो समय जो तारीख दी थी वह तारीख निकल चुकी है, पर यहां की जो पानी की समस्या है, वह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।