अमरावती 05-06-2024: काँग्रेस उम्मीदवार बलवंत वानखड़े अमरावती लोक सभा से विजयी हुये है, वंही भारतीय जनता पार्टी की टिकट से लड़ने वाली नवनीत रवि राणा को हार का सामना करना पड़ा है, नवनीत रवि राणा सिर्फ 19731 वोट से पीछे रह गईं हैं, 2014 मे निर्दलीय नवनीत रवि राणा हारी थी, 2019 मे एनसीपी के टिकट से जीती और BJP का दामन नवनीत रवि राणा ने थामा था, वंही इस बार बीजेपी के टिकट मिलने पर भी हार का सामना करना पड़ा है।
काँग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, और प्रहार जनशक्ति पार्टी, तीनों पार्टियों ने दमखन्ब्न दिखाया था, लेकिन नतीजो ने, प्रहार जनशक्ति पार्टी को बहुत ही पीछे रख दिया और सिर्फ प्रहार जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार दिनेश गणेशदास बूब को 85, हजार 300 सौ वोट मिले हैं, बलवंत वानखड़े को 5 लाख 26 हजार 271 वोट मिले और नवनीत रवि राणा को 5 लाख 6 हजार 540 वोट मिले बलवंत वानखड़े और नवनीत रवि राणा के बीच काटे की टक्कर रही, जिसमे आखिरकार बलवंत वानखड़े ( काँग्रेस ) अमरावती लोकसभा से 19731 वोट से जीते हैं।
मेलघाट का रोल इस बार बड़ा रहा है: इस बार ऐसा माना जा रहा है, पूरा मेलघाट काँग्रेस की और आकर्षित हुआ है कारण तो वोटर्स ही बता पाएंगे। बिरसा क्रांति दल ( आदिवासी संघठन ) बीकेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. दशरथ मंडावी बलवंत वानखड़े से मिले थे और अपना जाहीर समर्थन बलवंत वानखड़े को दिया था। मुस्लिम समुदाय का काँग्रेस को मिला साथ: काँग्रेस के जीतने का कारण एक वजह मुस्लिम समुदाय भी रहा है। जिसमे माना जा रहा है मुस्लिम समुदाय ने काँग्रेस को जिताने का पक्का मन बना लिया था।
नवनीत राणा का हार का कारण एक ये भी: 2019 मे नवनीत रवि राणा एनसीपी के टिकट से जीती थी, जिसके बाद नवनीत राणा BJP मे शामिल हुई थी, जिससे मुस्लिम समुदाय खासा नाराज रहे। 2024 मे मुस्लिम वोटर्स का नाराजी का कारण वह भाषण भी था जिसमे नवनीत राणा का 15 सेकंड वाला भाषण रहा।
2014 मे शिवशेना से आनंदराव अड़शुल खासदार ( सांसद ) थे, 2019 मे नवनीत रवि राणा एनसीपी से जीती थी बाद BJP मे शामिल हुई। और अब 2024 मे काँग्रेस से बलवंत वानखड़े खासदार ( सांसद ) बने है। जनता को उम्मीद रहेगी बलवंत वानखड़े जनता की उम्मीदों मे खरे उतरेंगे।